( अमिताभ पाण्डेय )

भोपाल ।  सूचना और प्रोद्योगिकी के इस कालखंड में आज भी रेडियो का अपना महत्व है । एक ऐसा संचार माध्यम जिसकी पहुँच भारत के अधिकाधिक नागरिकों और सुदूर इलाकों तक है । इसी क्रम में मंदसौर विश्वविद्यालय ने बीते वर्ष सूचनाओं के आदान प्रदान और शहर व आस पास के सटे जिलों से लगातार संपर्क में रहने के इरादे से रेडियो मंदसौर 90.8 सामुदायिक रेडियो केंद्र की स्थापना की थी । 

हाल ही में रेडियों मंदसौर ने एक वर्ष पूरे किए है । अपने एक वर्ष के समय में शहर व अन्य जिलों के श्रोताओं के लिए जागरूकता और सूचनाओं से परिपूर्ण कार्यक्रमों को पेश करने की  कोशिश रेडियो मंदसौर की रही है ।  फ़िल्मी गानों की धुनों के अलावा विशिष्ट व्यक्तियों से साक्षात्कार के साथ हास्य और सामाजिक चेतना को जगाने वाले कार्यक्रमों के जरिये रेडियों मंदसौर अपने श्रोताओं से लगातार जुड़ा हुआ है । 

एक वर्ष के इस सफर की सफलता पर मंदसौर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति  नरेंद्र नाहटा, एक्जिक्यूटिव चेयरमैन  राहुल नाहटा, डीन एडमिनिस्ट्रेशन कर्नल आनंद कुमार के साथ आरजे कुनाल और अंकित ने मिलकर केक काटा । 

इस मौके पर विश्वविद्यालय के  कुलपति डॉ. शैलेंद्र शर्मा ने रेडियो मंदसौर के सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों की लगनशीलता कर्मठता की तारीफ की और बधाई दी। 

इस मौके पर मंदसौर विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष और सहायक प्रोफेसर डॉ. मनीष जैसल ने बताया कि सैकड़ों वर्षों से समाज से सूचना के प्रमुख माध्यमों में से एक प्रभावी माध्यम रेडियो अपनी विश्वसनीयता इस दौर में भी बनाए हुए हैं । ऐसे में एक तरफ जहां व्यावसायिक एफएम चैनलों की बाढ़ सी आ गई है ऐसे में मंदसौर से संचालित रेडियों मंदसौर 90.8 को  श्रोताओं का बेशुमार प्यार मिलना एक सुखद एहसास देता है । 

कार्यक्रम में संस्थान के अन्य पदाधिकारियों के साथ छात्र छात्राएँ भी  उपस्थित रहे । डाक्टर मनीष जैसल ने न्यूज़ पोर्टल अपनी खबर से चर्चा करते हुए बताया कि यह सामुदायिक रेडियो जनहित में सूचना , शिक्षा और मनोरंजन के लिए अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को आगे भी सफलतापूर्वक निभाता रहेगा

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